कार्बोनेटेड ड्रिंक्स के बजाय कोल्ड ड्रिंक्स का करें सेवन, नेचुरल ड्रिंक्स की जानिये खासियत

कार्बोनेटेड ड्रिंक्स के बजाय कोल्ड ड्रिंक्स का करें सेवन, नेचुरल ड्रिंक्स की जानिये खासियत

बॉडी को एनर्जी देने के नाम पर बाजार में कई ऐसे कोल्ड ड्रिंक्स मिलते हैं जो कि शरीर को फायदा पहुंचाने की बजाय नुकसान पहुंचाते हैं। यह जानते हुए भी लोगों के द्वारा इनका सेवन किया जाता है। लेकिन शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए कार्बोनेटेड ड्रिंक्स के बजाय कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करना जरूरी है। बता दें कि नेचुरल ड्रिंक्स ना सिर्फ स्वाद से भरपूर होते है बल्कि ये बॉडी की एनर्जी को बूस्ट करने का भी काम करते हैं, जिससे हम तरोताजा महसूस करते हैं। ज्यादातर नेचुरल ड्रिंक्स की खासियत होती है कि वे फ्लेवर्ड और प्रोसेस्ड ड्रिंक्स की तरह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते नहीं हैं और काफी हेल्दी होते हैं।

नारियल पानी – नारियल पानी सबसे बढ़िया नेचुरल हेल्थ ड्रिंक माना जाता है। ज्यादा वर्कआउट करने या फिर रनिंग या अन्य किसी वजह से अगर शरीर में थकान महसूस हो रही है तो नारियल पानी पीते ही थकान दूर हो जाती है। कोकोनट वॉटर में भले ही 90 फीसदी से ज्यादा पानी होता है लेकिन यह मिनरल्स से भरपूर होता है। यह प्राकृतिक तौर पर मीठा होता है और इसमें 10 गुना ज्यादा पोटेशियम होता है।

जलजीरा – आप अगर थोड़े से कसैले स्वाद के साथ खुद को रिफ्रेश करना चाहते हैं तो जलजीरा एक परफेक्ट नेचुरल एनर्जी बूस्टर हेल्थ ड्रिंक हो सकता है। बता दें की जीरा भारतीय किचन का एक महत्वपूर्ण मसाला है। यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह हमारे डाइजेशन सिस्टम को बेहतर करने में काफी मददगार होता है। इसमें मौजूद तत्व एबडॉमिनल क्रेम्स आने पर काफी फायदा पहुंचाते हैं. हालांकि जलजीरा का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करना बेहतर होता है।

गन्ने का रस – गन्ने का रस प्राकृतिक तौर पर एक बहुत बढ़िया एनर्जी बूस्टर हेल्थ ड्रिंक है. गर्मियों के मौसम में गन्ने के रस का सेवन काफी फायदेमंद होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन, प्रोटीन, पोटेशियम और अन्य जरूरी न्यूट्रीएंट्स मौजूद होते हैं जो कि एक परफेक्ट हेल्थ ड्रिंक के लिए ज़रूरी होते हैं। गन्ने का रस डिहाइड्रेशन और थकान को दूर करने में कारगर होता है।

कोम्बुछा – कोम्बुछा मूल रुप से एक फर्मेंटेड चाय है। इसमें काफी पोषक तत्वों के गुण मौजूद होते हैं। इसमें विटामिन बी, ग्लूक्यूरोनिक एसिड और काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट रिच पॉलीफेनॉल्स होते हैं। इसमें प्रोबायोटिक बैक्टीरिया और एसिटिक एसिड भी मौजूद होता है जो कि हमारे शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने का काम करता है।

सत्तू – सत्तू को ‘गरीब लोगों’ का प्रोटीन माना जाता है। सत्तू में पोषक तत्व भारी मात्रा में मौजूद होते हैं। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, मैग्नीज़ होता है। इसके कम मात्रा में सोडियम भी होता है, यह ना सिर्फ शरीर को तत्काल ऊर्जा प्रदान करता है बल्कि यह शरीर को ठंडा रखने में भी मदद करता है। यही वजह है कि गर्मियों में सत्तू खाया जाता है। यह इंटरनल ऑर्गन्स को आराम पहुंचाता है।