राजधानी पटना समेत राज्य के 12 ज़िलों में कोल्ड डे का अलर्ट, जाने कौन से हैं वो ज़िले...

राजधानी पटना समेत राज्य के 12 ज़िलों में कोल्ड डे का अलर्ट, जाने कौन से हैं वो ज़िले...

बिहार में ठंड एक बार फिर कहर बरपाने लगी है। पहाड़ों से आ रही उत्तरी पछुआ हवाओं के प्रभाव से पटना सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में शीतलहर की स्थिति बन गई है। राज्य के 26 जिलों में पारा 10 डिग्री से नीचे चला गया है।अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे आ गए हैं जिसके चलते लोगों को तेज ठंड का एहसास हो रहा है। मौसम विभाग ने पटना समेत 12 जिलों में आज कोल्ड डे का अलर्ट जारी किया है। पटना के अलावा गया नालंदा शेखपुरा नवादा बेगूसराय लखीसराय जहानाबाद गोपालगंज सिवान, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में कोल्ड डे का अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम पूर्वानुमान के अनुसार ठंड की यही स्थिति अगले दो दिनों तक बने रहने के आसार हैं राज्य के अधिकांश भागों में धूप नहीं निकलने और पछुआ हवाओं के प्रभाव के कारण भारी कनकनी की स्थिति बनी हुई है। पूरे राज्य में सतह से मात्र डेढ़ किलोमीटर ऊपर तक आठ से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा बह रही है जिसके कारण शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। सोमवार को प्रदेश में सबसे ठंडा जिला औरंगाबाद रहा जहां का न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री की गिरावट के साथ 6.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया वहीं गया में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री नीचे आकर 7.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दोनों जिलों में कोल्ड डे जैसे हालात हैं। वहीं राज्य के 26 शहरों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है पटना का न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस शेखपुरा का 7.2 डिग्री बेगूसराय का 8 डिग्री और पूसा का न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

राज्य में ठंड और कोहरे के कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।वहीं रेल सड़क और हवाई यातायात पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है। कल 6 जोड़ी विमान रद्द रहे जबकि कई विमानों का लेट से परिचालन हुआ। कोहरे के कारण ट्रेनों की गति पर भी बुरा असर पड़ा है। कई ट्रेनें लेट से चल रही है जिसके कारण यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दुखद ये है कि हाड़ कंपाने वाली ठंड के बावजूद प्रशासन की तरफ से अलाव जलाने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण दैनिक मजदूर रेहड़ी और ठेले वालों के साथ ही रिक्शा चालकों और अन्य लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग सड़क पर ठंड से ठिठुरते दिखे। वहीं कुछ ने अपने स्तर पर अलाव जलाने की व्यवस्था की।